ठाकरे बंधु पर आधारित मराठी फिल्म "झेंडा"

फिल्म कहानी असल घटना पर आधारित है महाराष्ट्र के दो प्रमुख राजनीतिक नेताओं, राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे, की जिंदगी पर आधारित है। यह फिल्म उनके जीवन के उतार-चढ़ाव, उनके राजनीतिक संघर्ष, और उनके परिवारिक जीवन को दर्शाती है ।




फिल्म की पूरी कहानी/   

कहानी में पार्टी कार्यकर्ताओं की दुर्दशा को दर्शाया गया है, जिन्होंने अपने शीर्ष नेता के आधार पर एक विशेष राजनीतिक पार्टी के प्रति अपनी वफादारी को जोड़ दिया है। जब नेतृत्व की कमान अगली पीढ़ी को सौंपी जाती है, तो नए नेताओं में से एक मूल से अलग हो जाता है। इसके बाद उन दोस्तों के बीच दरार आती है जो कभी पार्टी के नेतृत्व वाले उद्देश्य से एक साथ बंधे थे और अब खुद को एक-दूसरे का विरोधी पाते हैं।

फिल्म में उस हिस्से को भी छुआ गया है जहां राजनीतिक छवि पूरी तरह से मीडिया और पीआर अभ्यासों के आधार पर बनाई गई है। मीडिया अभियान प्रबंधकों के दबाव में और अल्पसंख्यक वोट बैंकों को खुश करने के प्रयास में, पार्टियों के पीछे की विचारधाराओं की बलि दी जाती है, जिससे शुद्धतावादी और युवा धोखा खा जाते हैं।

धोखा खाने वालों में वे युवा भी शामिल हैं जो पुराने नेतृत्व की छत्रछाया से अलग होकर खुद को स्थापित करने की कोशिश करते हैं, ऐ जब चुनाव टिकट आवंटन का समय आता है तो उन्हें पता चलता है कि उनके अच्छे काम को दरकिनार कर दिया गया है।


इस फिल्म के कलाकार  और किरदार 

पुष्कर शोत्रि  / प्रशांत सर्पोत्दार (उद्धव ठाकरे)

राजेश शृंगार्परे / राजेश सर्पोत्दार (राज ठाकरे)

सन्तोष जुवेकर /शिंदे  कार्यकर्ता 

चिन्मय मंडलेकर / मोहिते 

सिद्धार्थ  चन्देकर / उमेश जगताप

सचित पाटिल /आदित्य प्रधान 

नेहा जोशी / पूजा 

  • संतोष की माँ के रूप में शुभांगी गोखले
  • उज्ज्वला जोग - उमेश की माँ
  • रमेश वाणी - भाटे


फिल्म का , जिसका निर्माण और निर्देशन अवधूत गुप्ते ने किया है


गुप्ते जो एक गायक और संगीत निर्देशक हैं, ने फ़िल्म के लिए संगीत भी तैयार किया है।









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